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ध्यान करने के फायदे, नियम, प्रकार – Benefit of Meditation in Hindi

Benefit of Meditation in Hindi

Benefit of Meditation in Hindi

Benefit of Meditation in Hindi – शरीर को स्वस्थ रखने के लिये मन का स्वस्थ्य होना बहुत जरूरी है, और मन को स्वस्थ रखने के लिये ध्यान या Meditation करना जरूरी है। ध्यान या मैडिटेशन एक ऐसी मानसिक अवस्था है जिसमें व्यक्ति अपने दिमाग और मन को एकाग्रचित करने की कोशिश करता है। इस आर्टिकल के माध्यम से आपको ध्यान (Meditation) के बारे में सभी बिंदु जानने को मिलेंगे। इसलिये आर्टिकल को पूरा पढ़ें…

ध्यान क्या हैं – What is the Meditation in Hindi

ध्यान एक ऐसी मानसिक स्थिति है जिसमें कोई व्यक्ति अपने दिमाग व मन को शांत व एकाग्रचित करने की कोशिश करता है। हालांकि ध्यान वैसे तो अपने आप में एक मानसिक अवस्था है, लेकिन इसे एक अभ्यास के रूप में भी जाना जाता है। अगर आप Meditation नियमित रूप से कर रहें हैं तो विपरीत परिस्थितियों में भी अपना मानसिक संतुलन बनाये रख सकते हैं और कई अन्य लाभ भी हासिल कर सकते हैं।

ध्यान एक विचारहीन जागरूकता अवस्था (Thoughtless Awareness) है, जो नींद या समाधि नहीं है, इसमें व्यक्ति पूरी तरह से अपने नियंत्रण में होता है बस वो अपने दिमाग का उपयोग किसी का विश्लेषण करने अर्थात किसी और की बातें करने के लिए नहीं करता है। इस अवस्था में आपके दिमाग में कोई लौकिक विचार नहीं होता, लेकिन आप पूर्ण रूप से सचेत होते हैं।

आगे पढ़िये ध्यान कितने प्रकार के होते हैं…

मेडिटेशन कितनी तरह के होते हैं – Types of Meditation in Hindi

ध्यान या Meditation को कई भागों में बांटा गया है जिसे आप आगे पढ़ें...(1)

1. आध्यात्मिक मेडिटेशन – Spiritual Meditation in Hindi

यह ध्यान दुनिया की मोह-माया को त्याग कर अध्यात्म की ओर ले जाता है। इसके निरंतर अभ्यास से आप अपनी भावनाओं पर नियंत्रण कर सकते हैं। इससे विचारों और अपेक्षाओं की पूर्ति के लिए नई मानसिक ऊर्जा का संचार होता है।

2. विपश्यना मेडिटेशन – Vipassana Meditation in Hindi

‘विपश्यना’ ध्यान का सबसे प्राचीनतरीका माना गया है। बताया जाता कि इसे करीब 2500 साल पहले महात्मा बुद्ध ने प्रचारित और प्रसारित किया था। मेडिटेशन का यह प्रकार आज व्यापक रूप किया जाता है। इसकी सहायता से मनुष्य अपने मन के भीतर झांक कर खुद को समझने की कोशिश करता है। इसकी सहायता से मनुष्य अपने विचारों व भावनाओं पर नियंत्रण करके सही और गलत में फर्क करने की क्षमता को विस्तार देने में समर्थ होता है।

3. जेन मेडिटेशन – Zazen Meditation in Hindi

जेन मेडिटेशन चीनी बौध धर्म द्वारा प्रचारित और प्रसारित किया गया। बता दें कि ध्यान का यह तरीका माइंडफुलनेस मेडिटेशन के अंतर्गत आता है, जिसमें दिमाग को एकाग्र करने पर खास ध्यान दिया जाता है। इस मेडिटेशन में सुखासन मुद्रा में बैठकर अपने हाथों को आपस में मिलाना है। इसमें मुख्य रूप से आपको अपने दैनिक कार्यों पर ध्यान लगाने की आवश्यकता होती है। ध्यान का यह प्रकार आपको दिमागी रूप से विकसित और समृद्ध बनाने में सहायक माना जाता है।

4. शिव मेडिटेशन – Shiv Meditation in Hindi

शिव ध्यान (Shiv Meditation) आध्यात्मिक ध्यान का ही एक प्रकार है। जिसमें एक आध्यात्मिक ऊर्जा को केंद्र बिंदु मानकर अपना ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करते हैं। यह प्रक्रिया आपको चेतन मन के परे ले जाकर अपने अचेतन मन में झांकने के लिए प्रेरित करती है। इसे करने से दुनिया को समझने और उसे अनुभव करने के नजरिए में बदलाव महसूस होता है।

5. राजयोग मेडिटेशन – Rajyoga Meditation

इसका उल्लेख सबसे पहले श्रीमद्भगवत गीता में किया गया था। वहीं, 19वीं शताब्दी में स्वामी विवेकानंद ने इस प्रकार को प्रचारित और प्रसारित किया। यह Meditation आपको शांत रहने और खुद का निरीक्षण करने में मदद करता है। इस योग में किसी प्रकार के मंत्रों का उपयोग नहीं किया जाता। योग की इस प्रक्रिया में आप अपनी आंखें खुली रख कर ध्यान लगा सकते हैं।

6. मंत्र मेडिटेशन

मंत्र मेडिटेशन ध्यान का एक ऐसा प्रकार है जिसमें अपने ध्यान को केंद्रित करने के लिए मंत्रों का इस्तेमाल किया जाता है। ध्यान रहे यहां मंत्रों से अर्थ किसी धार्मिक परिवेश से जुड़ा हुआ नहीं है। यहां मंत्र का अर्थ किसी शब्द, वाक्य, गाने या कुछ और जिसे बोलने से आपको खुशी या संतुष्टि का एहसास हो सकता है, उससे से है।

7. मूवमेंट मेडिटेशन

इस प्रकार में किसी एक कार्य को लक्ष्य मानकर प्रयास किया जा सकता है। इसे हठ योग भी कहा जा सकता है। यह प्रक्रिया किसी विशेष कार्य की पूर्ति होने तक उस पर आपका ध्यान केंद्रित करने में आपकी मदद करती है। यह चलते-फिरते किया जा सकता है।

8. फोकस मेडिटेशन

ध्यान का यह प्रकार विपश्यना मेडिटेशन के अंतर्गत ही आता है। इसमें व्यक्ति किसी मूर्ती, वस्तु या फिर अपनी अंतरात्मा पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करते हैं। इसका निरंतर अभ्यान करने से इंसान का दिमागी विकास होता है। साथ ही किसी काम को केंद्रित होकर करने की क्षमता पैदा होती है।

9. ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन

मेडिटेशन के इस प्रकार में मनुष्य अपने भीतर यानी अचेतन मन में झांकने का प्रयास करता है। इसके लिए किसी खास मंत्र का उपयोग भी किया जा सकता है। यह आपको भौतिक बाधाओं (दुख, सुख, खुशी और गम) से दूर ले जाकर अपने अस्तित्व का एहसास कराता है। जो आपको यह समझने में मदद करता है कि भौतिक चीजों का दुनिया में कोई भी मोल नहीं हैं।

ध्यान या Meditation krne ke fayde जानने से पहले यह जानना जरूरी है कि मेडिटेशन कैसे करना चाहिये। इसलिये आगे पढ़ें…

मेडिटेशन करने से पहले इन बातों का जरूर ध्यान दें – Meditation Tips Hindi

ध्यान करते समय निम्न बातों का ख्याल रखें…

1. सही समय निर्धारित करें

हालांकि ध्यान करने का निश्चित समय नहीं निर्धारित किया गया है। बस इतना ध्यान रखना है कि ध्यान के वक्त मन और वातावरण शांत हो। इसके अलावा मेडिटेशन मुख्य रूप से सूर्योदय के समय करना चाहिये। इसका कारण यह है कि सुबह के समय शरीर तनाव मुक्त, नई ऊर्जा से भरपूर और वातावरण शांत रहता है। इसलिये सुबह 6 से 7 बजे के बीच का समय चुनाव के लिए बेहतर माना जा सकता है(2) (3)

2. आरामदायक कपड़ों का चयन करें

मेडिटेशन में कपड़ों की अहम भूमिका होती है क्योंकि अगर कपड़े चुस्त रहेंगे तो वह ध्यान भटकाने का काम कर सकते हैं। इसलिए, यह जरूरी है कि इस दौरान हल्के और आरामदायक कपड़ों को इस्तेमाल करें (4)

3. वार्म अप करें

मेडिटेशन शुरू करने से पहले हल्का वार्म अप (15 से 20 मिनट) जरूर करें (5)। इससे पूरे शरीर में खून का संचार होना शुरू हो जाएगा, जो मेडिटेशन की प्रक्रिया में मददगार साबित होता है।

4. पेट खाली रखें

विशेषज्ञों के मुताबिक ध्यान हमेशा खाली पेट ही करना चाहिए (6)। इससे आपको शरीर की सारी ऊर्जा का इस्तेमाल ध्यान केंद्रित करने में लगा पाएंगे। इससे आपको बेहतर परिणान मिलेगा।

5. सांसें गहरी लें

ध्यान करते समय गहरी सांस लें व इस प्रक्रिया में अपना पूरा ध्यान लगाएं। इससे ध्यान केंद्रित करने में सफलता मिलेगी(7)

मेडिटेशन कैसे करें- How to do Meditation in Hindi Language

how to do meditation in hindi for beginners/मेडिटेशन कैसे करें – ध्यान करने की कुछ विशेष विधि होती है जो इस प्रकार है…

मेडिटेशन करने के फायदे – Benefit of Meditation in Hindi

मेडिटेशन के लाभ अनेक हैं, जिसे आप आगे पढ़ें…(8)

1. मानसिक व शारीरिक तनाव से मुक्ती मिलेगी

नियमित रूप से मेडिटेशन करने से तनाव कम होता है व दिमाग शांत होता है। इसके अलावा मेडिटेशन के निरंतर अभ्यास से चिंता और अवसाद से भी छुटकारा मिलता है।

(पढ़ें तनाव व चिंता दूर करने के लिये सूर्य नमस्कार करने से फायदे)

2. दिमागी विकास

मेडिटेशन के निरंतर अभ्यास से दिमागी रूप से शांती मिलती है जिससे दिमाग के विकास में भी मदद मिलती है। कारण यह है कि जब दिमाग शांत रहता है तो इसकी कार्य करने की क्षमता प्रबल हो जाती है।

3. भूलने की समस्या दूर होती है

मेडिटेशन से एकाग्रता बढ़ती है। इससे अधिक उम्र में भूलने की होने वाली समस्या और डिमेंशिया (Dementia- मनोभ्रम) से छुटकारा मिलता है।

4. शरीर के विभिन्न दर्द से छुटकारा मिलता है

ध्यान करने से शरीर में रक्त प्रवाह संतुलित रहता है और दिमाग को शांती मिलती है। इस कारण इसकी मदद से आत्मिक और भौतिक (शारीरिक) दोनों प्रकार के दर्द से छुटकारा मिल जाता है।

5. ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है

निरंतर मेडिटेशन करने से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है। कारण यह है कि ध्यान दिमाग को शांति रखता है। साथ ही शरीर में रक्त प्रवाह को भी नियंत्रित करने का काम करता है।

6. ह्रदय स्वास्थ्य में सुधार

मेडिटेशन को ह्रदय स्वास्थ्य से संबंधित सभी जोखिम कारकों जैसे :- तनाव, चिंता और ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक माना गया है (9)

7. नींद में सुधार

माइंडफुलनेस मेडिटेशन करने से नींद में सुधार लाया जा सकता है। वहीं, इस संबंध में किए गए एक शोध में इस बात की पुष्टि की गई है कि इसका उपयोग नींद से संबंधित समस्याओं को दूर करने में लाभदायक माना जा सकता है (10)

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न – FAQ

ध्यान कितने मिनट तक करना चाहिए?

ध्यान और मेडिटेशन करने के लिए हर दिन 30 मिनट की जरूरत होगी। लेकिन इसकी शुरुआत आप 10 मिनट या 15 मिनट से भी कर सकते हैं। आप चाहें तो 30 मिनट के ध्यान को 10 मिनट के 3 सेशन या 15 मिनट के दो 2 सेशन में बांटकर भी कर सकते हैं। अगर आपको शुरुआत में मन एकाग्र करने में दिक्कत हो तो परेशान ना हों।

मेडिटेशन करने का सही तरीका क्या है?

मेडिटेशन के समय सांसों की गति धीमि होनी चाहिए। मेडिटेशन करने के लिए आपकी मानसिक स्थिति का ठीक होना सबसे अहम है। मानसिक स्थिति का अर्थ यह है कि आपका मन शांत होना चाहिए। अगर ध्यान करते समय आपका मन शांत नहीं है या फिर आप तनाव में हैं तो समझ जाइये आप मेडिटेशन ठीक से नहीं कर पा रहे हैं।

मेडिटेशन करते समय क्या सोचना चाहिए?

ध्यान करते वक्त सोचना बहुत होता है। लेकिन यह सोचने पर कि ‘मैं क्यों सोच रहा हूं’ कुछ देर के लिए सोच रुक जाती है। सिर्फ श्वास पर ही ध्यान दें और संकल्प कर लें कि 20 मिनट के लिए मैं अपने दिमाग को शून्य कर देना चाहता हूं। अंतत: ध्यान का अर्थ ध्यान देना, हर उस बात पर जो हमारे जीवन से जुड़ी है

अपनी सांसो पर ध्यान कैसे लगाएं?

– जोर जबरदस्ती ना करें
– आरामदायक आसन चुने
– ध्यान के लिए समय सीमा निर्धारित करें
– मन का भटकना स्वाभाविक है
– प्रयास जरूरी है
– ध्यान स्थिर रखना सीखें

ध्यान दिन में कितनी बार करना चाहिए?

सनातन धर्म में सामान्य तौर पर तीन बार ध्यान-उपासना करने का निर्देश है, जिसे त्रयकाल संध्या-वंदन कहते हैं।

संदर्भ –

1. Day-In-Day-Out (az.gov)
2. Osho Dynamic Meditation’s Effect on Serum Cortisol Level – PMC (nih.gov)
3. Meditation: Process and effects – PMC (nih.gov)
4. Morning Meditation (nps.gov)
5. The Effects of Yoga in Patients Suffering from Subjective Tinnitus – PMC (nih.gov)
6. Osho Dynamic Meditation’s Effect on Serum Cortisol Level – PMC (nih.gov)
7. https://media.defense.gov/2019/Jun/11/2002143690/-1/-1/0/MINDFUL BREATHING.PDF
8. What is meditation (delaware.gov)
9. Meditation and Cardiovascular Risk Reduction – PMC (nih.gov)
10. The effect of mindfulness meditation on sleep quality: a systematic review and meta-analysis of randomized controlled trials – PubMed (nih.gov)

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