बेल का शरबत पीने के फायदे अनेक हैं क्योंकि बेल कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है। बेल का शरबर पीने से गर्मी के मौसम में होने वाली बीमारियों जैसे – दस्त, लू लगना, पेचिश इत्यादि से तो लाभ मिलता ही है साथ ही शरीर की अन्य कई गंभीर समस्याओं से छुटकारा मिलता है। बेल के फल में Tannin, Calcium, Phosphorous, Fiber, Protein, Iron आदि उपयोगी खनिज के साथ Vitamin B और Vitamin C अच्छी मात्रा में पाया जाता है।
बेल को (फल को) Wood Apple भी कहते हैं। इसके अलावा इसे बिल्व के नाम से भी जाना जाता है। बेल के फायदे की बात की जाए तो बेल का प्रत्येक अंश हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होता है। फिर चाहें वह बेल का फल हो, बेल की पत्ती, तना, जड़ या फिर शाखाएं…सभी चीजें किसी न किसी रूप में इस्तेमाल लाई जाती हैं।
विषय सूची
बेल की तासीर क्या है – Bel ki Taseer
बेल की तासीर ठंडी होती है। जिसकी वजह से यह शरीर, मन, दिमाग को ठंडा रखने में मदद करता है।
बेल का शरबत कब पीना चाहिये – Bel ka Juice kab pina chahiye
बेल का जूस या बेल का शरबत गर्मी के दिनों में पिया जाता है। दोपहर में बेल का जूस पीने से पीने से लू से बचा जा सकता है। इसके अलावा यह शरीर को ठंडा रखता है, शरीर में नमी बनाये रखने में मदद करता है जिससे गर्मियों में कमजोरी, चक्कर आना, मुंह सूखना, शरीर में पानी की कमी की समस्याओं से बचा जा सकता है।
अनोखे व औषधीय गुणों के कारण आज भारत के अलावा विदेशों में बेल का उपयोग किया जाता है। आर्टिकल में आगे पढ़ें बेल के पोषक तत्व…
बेल के पौष्टिक तत्व – Bael/Bel (Wood Apple) Nutritional Value in Hindi
बेल के पौष्टिक तत्व निम्न हैं(*)…
पोषक तत्व | मात्रा प्रति 100 ग्राम |
ऊर्जा | 137 k.cal |
मॉइस्चर | 61.5gm |
प्रोटीन | 1.8gm |
फैट | 0.3 |
मिनरल | 1.7gm |
फाइबर | 2.9gm |
कार्बोहाइड्रेट | 31.8gm |
कैल्शियम | 85.00mg |
फास्फोरस | 50mg |
पोटैशियम | 600mg |
विटामिन-सी | 8mg |
आर्टिकल में बताए गये बेल के पौष्टिक तत्व शरीर को विभिन्न तरह से फायदा पहुंचाते हैं। आर्टिकल में आगे पढ़िये बेल का शरबत पीने के फायदे…
बेल का शरबत पीने के फायदे – Benefits of Wood Apple/Bel in Hindi
जैसा कि आर्टिकल में पहले बताया जा चुका है कि बेल हर रूप में फायदेमंद है। इस आर्टिकल में आपको बेल का फल के फायदे या बेल का जूस पीने के फायदे जानने को मिलेंगे। इसके सेवन कई गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है जिसे आप आगे आर्टिकल में पढ़ेंगे, लेकिन ध्यान रहे नीचे दिये गये उपाय कोई उचित उपाय नहीं है। इसलिये अगर आप पहले से किसी भी समस्या से जूझ रहे हैं या शरीर में किसी भी प्रकार की एलर्जी है तो आगे बताए गये उपायों को करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। आगे पढ़ें बेल का जूस पीने के फायदे…
1) गर्मी में बेल का शरबत पीने के फायदे – Bel ka Sharbat Pine ke fayde
बेल की तासीर ठंडी होती है इसलिये इससे गर्मी की विभिन्न समस्याओं का समाधान होता है। जो निम्न हैं..
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i) सिरदर्द में बेल के फायदे – Wood Apple benefits in Hindi
गर्मी के मौसम में भीषण गर्मी या अन्य किसी कारण से सिर दर्द की समस्या हो सकती है। ऐसे में बेल का सेवन किया जा सकता है। बेल में Vitamin C की सिर दर्द व माइग्रेन के रोगियों में न्यूरोजेनिक सूजन को ठीक करने में मदद कर सकता है (*) (*)।
ii) पानी की कमी पूरा करता है।
iii) गर्मा की वजह से होने वाली कमजोरी से बचाता है।
2) बेल का शरबत पेट संबंधी समस्याओं में फायदेमंद – Bel ka sharbat ke fayde
पेट संबंधी विभिन्न समस्याओं में बेल का शरबत फायदा पहुंचा सकता है। जानिये कैसे…
i) डायरिया और कब्ज से राहत दिलाने में बेल के शरबत के फायदे – Bel ke fayde
डायरिया में पतले दस्त होने लगत हैं। ऐसे समय में Bel ka Juice पीना फायदेमंद हो सकता है। बेल का फल में anti-diarrhea गुण से भरपूर होता है जो न केवल डायरिया से बचाते हैं, बल्कि इससे होने वाले जोखिम से भी सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं (*)। वहीं, बेल में क्रूड फाइबर की मात्रा पाई जाती है (*) जो पाचन में मदद करने के साथ कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद कर सकता है (*)।
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ii) बवासीर के इलाज में बेल के फायदे – Benefits of Bel in Hindi
बवासीर होने की मुख्य वजह में कब्ज की समस्या और लो फाइबर डाइट शामिल हैं (*)। बेल अच्छे फाइबर का स्रोत है जो बवासीर से होने वाले जोखिम को कम कर सकता है (*), (*)।
iii) बेल का शरबत गैस्ट्रिक अल्सर में फायदेमंद – Bel Ke Fayde
गैस्ट्रिक अल्सर के घरेलू उपाय है बेल का शरबत। बेल फल में प्राकृतिक रूप से Antioxidants गुण पाये जाते हैं (*)। एक वैज्ञानिक अध्ययन में बताया गया कि प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण गैस्ट्रिक अल्सर को ठीक करने में मदद कर सकते हैं (*)।
3) पीलिया में बेल का शरबत पीने के फायदे – Bel ke fayde in Hindi
ऐसा माना जाता है कि पीलिया होने का एक कारण लीवर में सूजन भी हो सकता है (*)। एक वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार बेल के फल में anti-inflammatory गुण होते हैं, जो लीवर में होने वाली सूजन को कम करके पीलिया के उपचार में मदद कर सकते हैं (*)।
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4) एनीमिया की स्थिति में बेल का जूस पीने के फायदे – Bel ka Juice Pine ke Fayde
एनीमिया की स्थिति है, जिसके कारण खून में रेड ब्लड सेल्स की कमी हो जाती है। इसका सबसे आम कारण है शरीर में आयरन की कमी होना (*)। बेल के फल में अच्छी मात्रा में आयरन पाया जाता है। इसलिये बेल का गूदा खाकर या बेल का जूस पी कर आयरन की कमी को पूरा किया जा सकता है। यह एनीमिया को ठीक करने में मदद कर सकता है (*)।
5) कॉलरा में बेल का रस पीने के लाभ – Benefits of Wood Apple in Hindi
कॉलरा एक बैक्टीरियल संक्रमण है, जिसके कारण दस्त हो सकता है (*)। बेल के फल में एंटी-डायरिया गतिविधि पाई जाती है। इसलिये अगर बेल का जूस पिया जाए, तो बेल फल की एंटीडायरियल गतिविधि कॉलरा की समस्या के दौरान होने वाली डायरिया की शिकायत को कम करने में प्रभावी असर दिखा सकती है (*)।
6) टीबी रोग में बेल का शरबत पीने के लाभ – Bel Sharbat Benefits in Hindi
एक मेडिकल रिसर्च के अनुसार बेल फल में anti-microbial क्रिया पाई जाती है। अध्ययन के अनुसार टीबी रोग के लिए यह क्रिया प्रभावी रूप से कार्य करते हुए एम ट्यूबरकुलोसिस (M. Tuberculosis – टीबी रोग के जिम्मेदार बैक्टीरिया) की वजह से होने वाले दुष्प्रभाव को कम कर सकती है (*)।
7) स्वस्थ्य हृदय के लिए – Bel khane ke fayde in hindi
बेल को कार्डियोप्रोटेक्टिव का एक बढ़िया स्रोत माना जाता है (*)। कार्डियोप्रोटेक्टिव एजेंट की तरह सक्रिय रूप से कार्य करते हुए यह हृदय को कई बीमारियों से बचाए रखने में काम आ सकता है। इस स्थिति में बेल फल के गूदे को खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं।
8) बेल का शरबत डायबीटीज की समस्या में फायदेमंद – Bel ka sharbat pine ke fayde
मधुमेह का घरेलू इलाज है बेल का शरबत। इस पर हुए वैज्ञानिक शोध के मुताबिक, बेल में एंटी-डायबिटिक गुण पाया जाता है, जो मधुमेह और इसके जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है (*)।
9) बालों की समस्या में बेल के फायदे – Bel khane ke Fayde
- बाल झड़ने की समस्या में बेल का शरबत पीना फायदा कर सकता है। वैज्ञानिकों के अनुसार आयरन और जिंक की कमी के कारण बाल झड़ सकते हैं (*)। बेल में भरपूर मात्रा में आयरन और जिंक पाए जाते हैं (*)। इनके सेवन से बालों के झड़ने की समस्या को रोका जा सकता है। शरबत के अलावा बेल का चूरन बालों के झड़ने से रोक सकता है। (बाल झड़ना हो जाएंगे बंद, बस अपना लें ये पांच आदतें)
- बालों में रूसी की समस्या को ठीक करने के लिए जिंक जैसे पोषक तत्व आवश्यक माना जाता है (*)। बेल में जिंक की मात्रा पाई जाती है, जिसके सेवन से बालों की रूसी की समस्या को खत्म किया जा सकता है (*)। (बालों से रूसी हटाने के ये 10 उपाय जरूर करें)
10) त्वचा के लिए फायदेमंद बेल – Bel Benefits in Hindi
एक रिसर्च पेपर के अनुसार बेल के रस को त्वचा पर लगाने से त्वचा पर हुए इन्फेक्शन में मदद मिल सकती है (*)। ऐसे में ये कहा जा सकता है कि त्वचा पर बेल का रस लगाने से त्वचा पर होने वाले संक्रमण की समस्या को दूर किया जा सकता है।
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अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल – FAQ
क्या गर्भवती महिलाओं को बेल के शरबत पीना चाहिये?
गर्भवती महिलाओं को बेल के शरबत का सेवन करने बचना चाहिए। बेल के जूस या फल के सेवन से गर्भपात का खतरा हो सकता है। इसके अलावा इसके सेवन से दूध पिलाने वाली महिलाओं में दूध भी कम बनता है।
बेल खाने का सही समय क्या है?
बेल को दिनभर में किसी भी समय खा सकते हैं। हालांकि, इसका उपयोग दोपहर में ज्यादा किया जाता है। इसकी तासीर ठंडी होती है, इसलिए इसका सेवन गर्मियों में ही करना फायदेमंद होता है।
बेलपत्र खाने से क्या नुकसान होता है?
मल के कठोर होने के कारण आपको कब्ज़ की समस्या है तो ऐसे में बेल के सेवन से बचें क्योंकि यह मल को सख्त बनाती है। इस वजह से आपकी कब्ज़ की समस्या और बढ़ सकती है।
बेल का शरबत कब पीना चाहिए?
बेल का शरबत सुबह खाली पेट या फिर दोपहर में खाने के 2-3 घंटे बाद ही पीना चाहिए। खाना खाने के तुरंत बाद या चाय-कॉफी पीने के बाद इसको लेने से बचना चाहिए।
खाली पेट बेल का शरबत पीने से क्या होता है?
बेल का शर्बत पीने से पेट साफ रहता है। इसके सेवन से वात-कफ संबंधी समस्याएं भी समाप्त हो जाती हैं।
क्या शुगर में बेल खाना चाहिए?
डायबिटीज के मरीजों के लिए सीमित मात्रा में बेल का सेवन करना चाहिये। इसे नियमित रूप से न पीने की दी जाती है। बेल में प्राकृतिक मिठास भी ज्यादा होती है, वहीं शरबत बनाते समय भी लोग इसमें चीनी मिला देते हैं। जो नुकसान पहुंचा सकता है।
बेल मुरब्बा कब खाना चाहिए?
बेल का मुरब्बा हर रोज सुबह नास्ते में जरूर लेना चाहिए।
Disclaimer: इस आर्टिकल का मकसद लोगों तक जानकारी पहुंचाना है। अगर आप किसी गंभीर बीमारी, एलर्जी या अन्य किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो लेख में दिए गए उपचार को करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।