Constipation Treatment in Hindi at Home – गैस और कब्ज लोगों के बीच एक बड़ी समस्या बन गई है। ज्यादातर देखा गया है कि शुरुआत में इसे आम समस्या मानकर नकार दिया जाता है, जिससे कब्ज और गैस की समस्या धीरे धीरे बड़ा आकार लेने लगती है। अगर इसका समय से इलाज न किया गया तो हमारे शरीर पर बुरा असर पड़ सकता है।
कब्ज का सबसे ज्यादा असर हमारी सुनने की शक्ति व पेट पर पड़ सकता है। इस लेख में आपको कब्ज और गैस का इलाज इत्यादि के बारे में बताया जाएंगे जिसे आप अपने दैनिक जीवन में लागू कर सकते हैं और इस समस्या से मुक्ति पा सकते हैं। गैस और कब्ज का इलाज जानने से पहले हमें यह जानना जरुरी है कि कब्ज होता कैसे हैं।
तो आइये जानते हैं कब्ज के बारे में…
विषय सूची
कब्ज क्या है – Constipation Meaning in Hindi
गेैस (Acidity) व कब्ज (Constipition) वह स्थिति है जब मल परित्याग में कठिनाई होने लगती है या मल बहुत कड़ा हो जाता है। कब्ज की शिकायत होने पर मल निष्कासन की मात्रा कम हो जाती है, मल की आवृति घट जाती है और मल निष्कासन करने के लिये अत्यधिक बल का प्रयोग करना पड़ता है।
लोगों में कब्ज अलग अलग प्रकार से हो सकते हैं। कई लोगों में कब्ज केवल असामयिक मल के रुप में होता है तो कुछ में कठिन मल का पारित होना हो सकता है। इसका मुख्य कारण सिर्फ अनियमित जीवनशैली है। यह तो हमने जाना कि कब्ज क्या होता है। लेकिन यह परेशानी से बचने के लिये यह जानना बहुत जरुरी है कि कब्ज होता क्यों हैं। कब्जा होने का कारण क्या है, क्योंकि कारण जाने बिना गैस और कब्ज का इलाज बहुत मुश्किल होता है। तो आइये इसके कारण जानते हैं…
कब्ज कैसे होता है?
गैस या कब्ज होने का मुख्य कारण अस्वास्थ्यकर जीवनशैली है। अगर हम नियमित रुप से हेल्दी भोजन या व्यायाम नहीं करेंगे तो इसका सीधा असर हमारे शरीर पर पड़ेगा। कब्ज होने के और भी कारण हैं जैसे काम का अनुचित समय, आराम करने की अवधि कम होना, बहुत अधिक जंक फूड का सेवन करना, पानी की कम मात्रा इत्यादि। कब्ज की समस्या न हो इसके लिये ताज़े फल और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिये। साथ ही पानी का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिये।
कब्ज होने के कारण – Reasons of Constipation in Hindi
- भोजन में फायबर (Fibers) की कमी
- कैल्सियम और पोटैशियम की मात्रा में कमी
- शरीर में पानी की कमी
- अल्पभोजन ग्रहण करना।
- व्यायाम कम करना
- कुछ विशेष प्रकार की दवाओं से भी कब्ज की परेशानी हो सकती है
- बड़ी आंत में किसी प्रकार का घाव या चोट होना
- आँत, लिवर और तिल्ली की बीमारी होने पर
- थायरॉयड हार्मोन का कम बनना
- पाचन संबंधी समस्या (विशेषकर मधुमेह के रोगियों में)
- खाने को जल्दी जल्दी बिना चबाए खाना
- अधिक व्रत रखना
- बिना भूख लगे भोजन करना।
- पार्किंसन बीमारी के कारण
- चाय, कॉफी का सेवन अधिक होने पर
- मदिरा या धूम्रपान का अधिक सेवन होने पर
- बादी यानि कि गरिष्ठ पदार्थों सेवन ज्यादा करना
- मन परेशान ( जैसे- दु:ख, चिन्ता, डर आदि) का होना
- नियमित रुप से भोजन न होने पर
- बदहजमी और मंदाग्नि (पाचक अग्नि का धीमा पड़ना)।
गैस और एसिडिटी के लक्षण – Symptoms of Acidity in Hindi
- सासों की बदबू
- लेपित जीब
- नाक का बहना
- कम भूख लगना
- सिर में दर्द होना
- चक्कर आना
- जी मिचलाना
- चहरे पर दाने
- मुँह में अल्सर
- पेट में लगातार परिपूर्णता
अभी तक हमने कब्ज और एसिडिटी के कारण और लक्षण जाने हैं। आइये अब जानते हैं की गैस और कब्ज का इलाज घर में ही घरेलू तरीके (homemade remedies for constipation in hindi) से कैसे कर सकते हैं।
गैस और कब्ज का इलाज – Constipation Treatment in Hindi at Home
किसी भी समस्या को जड़ से दूर करने के लिये सबसे पहले हमें अपनी दिनचर्या को तंदरुस्त करना चाहिये। लेकिन आजकल इस दौड़ भाग भरी जिंदगी में हर किसी को नियमित रुप से चलने का समय नहीं मिलता। इसका सबसे बड़ा कारण वर्क लोड होता है। जिसकी वजह से उनकी दिनचर्या बिगड़ जाती है।
इसके लिये इस लेख में कुछ गैस और कब्ज का इलाज करने के लिये ऐसे घरेलू उपाय (Constipation treatment at home in Hindi) बताए जा रहे हैं जिससे कब्ज या गैस की परेशानी से लाभ मिलेगा – Treatment for Constipation in Hindi
1) पानी है गैस और कब्ज का घरेलू इलाज – Constipation Treatment at Home in Hindi
gas aur kabj ka ilaj में सबसे पहले नम्बर पर आता है पानी.. पेट संबंधी सभी समस्याओं से बचने के लिये पानी का सेवन नियमित रुप से करें। इससे पेट की समस्याओं के साथ शरीर की अन्य समस्याओं से भी समाधान मिलेगा। गैस या एसिडिटी और पाचन की समस्या से बचने के लिए गुनगुने पानी का सेवन करें(*)।
2) गैस और कब्ज का इलाज है अजवाइन – Benefits of Ajwain for Constipation in Hindi
पेट में गैसे, ऐसिडिटी की समस्या से निजात पाने के लिये अजवाइन का सेवन (गैस और कब्ज का इलाज) कर सकते हैं। अजवाइन पेट में मौजूद हानिकारक तत्वों को खत्म करती है।
अगर आपको तेल मसाले वाला खाना खाने से पेट में परेशानी होती है तो खाना खाने के 10 मिनट बाद एक छोटा चम्मच अजवाइन के साथ चुटकीभर काला नमक या सेंधा नमक को आधा गिलास पानी के साथ पी लें। साथ ही इसे सब्जियों में डालकर भी खा सकते हैं।
3) पाचन में काली मिर्च सहायक है – Constipation Treatment in Hindi at Home
काली मिर्च अपनी सुगंध और स्वाद के लिये हर किसी की प्रिय होती है। अगर हमारी पाचन क्रिया सही रहेगी तो हमारा शरीर भली प्रकार से काम करेगा। इसके भोजन का समय से पचना बहुत आवश्यक है। इस प्रक्रिया में काली मिर्च बहुत फायदेमंद है। Kali Mirch खाने से शरीर में लार और गैस्ट्रिक जूस की मात्रा बढ़ती है, जो पाचन प्रक्रिया सुचारु रुप से चलाती है।
Kali Mirch की अन्य फायदे पढ़ने के लिये क्लिक करें
4) अदरक दूर करेगा कब्ज – Home Remedies for Constipation in Hindi
अपच, पेट दर्द, गैस होने पर पेट दर्द इत्यादि जैसी समस्याओं के लिये अदरक बहुत ही फायदेमंद हैं। इसका कारण यह है कि अदरक में दो तरह के केमिकल जिन्जेरॉल्स और श्गॉल्स होते हैं। यह पेट की अंदर से सफाई करते हैं। ये गैस या एसिडिटी की समस्या से राहत दिलाते हैं। अगर गैस होने पर अदरक के रस में गर्म पानी और शक्कर मिलाकर पिया जाए तो इससे काफी आराम मिलेगा।
5) गैस से छुटकारा दिलाएगी सौंठ – Constipation Treatment in Hindi at Home
सौंठ हमारे शरीर के लिये बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है। सौंठ का सेवन नियमित रुप से करने पर हमारा हाजमा दुरुस्त रहता है। साथ ही पेट में एंजाइम सही मात्रा में निकलते हैं। इसके लिये आधा चम्मच सौंठ (पाउडर) को गुनगुना या नॉर्मल पानी के साथ खाना खाने के 10-15 मिनट बाद ले। इससे बदहजमी के समस्या नहीं होगी और भोजन आसानी से पच जाएगा।
6) हरड़ दिलाए पेट की समस्या से राहत – Constipation Treatment in Hindi at Home
गैसे या कब्ज की समस्या तभी होती है जब हमारा खाना सही से नहीं पचता। गैस और कब्ज का इलाज या खाना न पचने की समस्या को दूर करने के लिये हरड़ का उपयोग कर सकते हैं। इससे पेट के हर रोग से छुटकारा मिल सकता है। इसके लिये खाना खाने के 10 से 15 मिनट बाद आधा चम्मच हरड़ सादे पानी के साथ लें। इससे पेट की सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी।
7) तरबूज का सेवन से करें गैस और कब्ज का इलाज – Homemade Remedies for Constipation in Hindi
पेट की समस्या से छुटकारा पाने के लिये शरीर को हाईड्रेट होना बहुत जरूरी है। इसके लिये गर्मियों में पानी के सेवन के साथ रसीले फलों का भी सेवन करना चाहिये। इसमें तरबूज मुख्य है। तरबूज में लाइकोपिन नामक तत्व पाया जाता है, जो कब्ज की समस्या से भी छुटकारा मिलता है।
(पढ़िये गर्मी से बचने के लिये तरबूज खाने के फायदे)
8) पेट की समस्या दूर करे हींग – Constipation treatment in Hindi at Home
हींग पेट की अधिकतर समस्याओं में कारगर साबित हो सकती है। इसलिये हींग का प्रयोग खाना बनाने में अवश्य कर लेना चाहिये। हींग का सेवन करने से लिवर को मजबूती मिलती है और पाचन के लिए निकलने वाले एंजाइम सही मात्रा में निकलते हैं। हींग का सेवन खाना खाने के 10 मिनट नॉर्मल या गुनगुने पानी के साथ करें। साथ ही इसे नाभि में लगाने से भी गैस की समस्या और पेट दर्द से राहत मिलती है।
9) दो केले रोज खाएं, कब्ज और एसिडिटी दूर भगाएं – Constipation treatment in Hindi at Home
केला पेट के लिये बहुत ही फायदेमंद फल माना जाता है। इसका कारण उसमें पाया जाने वाला एंटी-ऑक्सीडेंट्स और पोटेशियम है। इससे अपच और गैस, एसिडिटी, कब्ज की समस्या समाप्त हो जाती है।
10) तेजपत्ता पेट के लिये फायदेमंद – Constipation treatment in Hindi at Home
पाचन और पित्त की समस्या को दूर करने तेजपत्ते का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है। इसलिये इसका उपयोग विभिन्न प्रकार की सब्जियों को बनाने में किया जाता है। तेजपत्ता के पाउडर का भी उपयोग कर सकते हैं। इसके लिये आधा छोटा चम्मच तेजपत्ता पाउडर को पानी के साथ खाना खाने के बीच में या 10 मिनट बाद भी ले सकते हैं।
11) पेट के लिये फायदेमंद खीरा – Constipation treatment in Hindi at Home
गर्मियों के दिनों में कभी कभी डिहाइड्रेशन, खाना पचने में परेशानी या गर्मी की वजह से बदहजमी इत्यादि की समस्या हो जाती है। ऐसे में खीरे का उपयोग बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके अलावा खीरा फाइबर से भरपूर होता है। जिस कारण भी पेट की समस्याएं जैसे एसिडिटी, बदहजमी, कब्ज आदि समस्याएं खत्म हो सकती हैं।
12) गैस और कब्ज का इलाज करे सौंफ – Constipation treatment at Home in Hindi
पेट में ऐसिडिटी की समस्या को दूर करने के लिये सौंफ का प्रयोग किया जा सकता है। सौंफ के सेवन से गैस्ट्रिक व एसिड रिफ्लक्स जैसी कई समस्याओं से निजात मिलती है। इसके लिये एक बड़ा चम्मच सौंफ को 2 कप पानी में उबाल लें और फिर इस पानी को दिन में दो-तीन बार पियें। इसके सेवन से छोटी और बड़ी आंत को फायदा मिलता है। साथ ही सौंफ का इस्तेमाल खाना खाने के 5 से 10 मिनट बाद भी कर सकते हैं।
(जानिये सौंफ व उसका पानी पीने के फायदे)
13) कब्ज की समस्या में लौंग के फायदे – Gas aur Kabj ka Ilaj
खांसी जुकाम के साथ लौंग पेट को भी तंदरुस्त रखती है। इसका प्रयोग खाना बनाने में या खाना खाने के बाद भी कर सकते हैं।
इसके लिये खाना खाने के 10 मिनट बाद लौंग की एक या दो कली का सेवन करें इससे पाचान अच्छे से हो जाता है। साथ ही पेट साफ भी होता है।
पढ़िये लौंग शरीर के लिये कितनी महत्वपूर्ण है
14) त्रिफला पाउडर Acidity के लिये फायदेमंद – Home Remedies for Constipation in Hindi
त्रिफला चूर्ण- आंवला, हरड़ व बहेड़ा नामक तीन फलों को समान मात्रा में मिलाकर बनाया जाता है। यह सदियों से चली आ रही कब्ज की आयुर्वेदिक दवा है। त्रिफला पेट को साफ कर सकता है और पेट फूलना व सूजन जैसे लक्षणों से राहत दे सकता है(*)।
त्रिफला पाउडर या त्रिफला चूर्ण पेट के गैस, एसिडिटी इत्यादि के लिये फायदेमंद है। इसके सेवन के लिये त्रिफला पाउडर को मिट्टी के बर्तन में भिगो दें और रात को सोने से पहले इस पानी को छानकर पी लें।
पढ़िये त्रिफला के अन्य चमत्कारी फायदे
15) पेट के लिये अलसी के फायदे – Constipation Treatment in Hindi
अलसी का प्रयोग हमारे शरीर के लिये काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। अलसी में घुलनशील फाइबर (Soluble Fiber) पाया जाता है, जो आंतों को साफ कर कब्ज का उपचार करने में मदद कर सकता है। इसमें फाइबर ज्यादा और कार्बोहाइड्रेट कम होता है, जिस कारण यह पाचन तंत्र को दुरुस्त कर खाने को हजम करने में मदद कर सकता है(*)।
पेट की समस्याओं से निजात पाने के लिये एक एक चम्मच अलसी को एक गिलास पानी में भिगो कर रख दें। अब इस भीगी हुई अलसी को चबा चबा कर खाएं। अगर आप अलसी को चबाने में कांफरटेबल नहीं है तो जिस पानी में अलसी को भिगोया गया है उस पानी को छान कर पी सकते हैं। इससे भी आपकी पेट की समस्या दूर होगी।
यह भी पढ़ें – Alsi Khane Ke Fayde : अलसी के फायदे, नुकसान और उपयोग
16) ईसबगोल से पायें पेट की समस्या से छुटकारा – Treatment for Constipation in Hindi
ईसबगोल पेट की समस्याओं के लिये रामबाण इलाज साबित हो सकता है। ईसबगोल के सेवन के लिये सोने से कुछ देर पहले एक चम्मच ईसबगोल की भूसी को दूध में या पानी में मिला लें फिर इस मिश्रण को पी लें। इससे पेट संबंधी सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी।
17) कब्ज में किशमिश और अंजीर के फायदे – Constipation Treatment in Hindi
पेट के स्वास्थ्य के लिये किशमिश और अंजीर लाभदायक साबित हो सकता है। इसका लाभ लेने के लिये किशमिश पानी में भिगो दें और सोने से पहले किशमिश खा लें और यह पानी पी लें। वहीं अंजीर को दूध में उबाल लें और रात में सोने से पहले यह गुनगुना दूध पिएं और अंजीर खा लें।
18) चने के सत्तू से पेट की गैस और कब्ज में राहत – Treatment for Constipation in Hindi
क्या आप जानते हैं कि चने के सत्तू के सेवन से पेट में गैस की समस्या से छुटकारा मिलता है। इसको लेने के लिए चने के सत्तू को पानी में घोल लें। अगर आप चाहें तो इसमें स्वादानुसार नमक भी दाल सकते हैं।
इसके अलावा इन उपायों को भी अपना सकते हैं – Constipation Treatment in Hindi
- रोज 2 चम्मच गुड़ गर्म दूध के साथ लें।
- दूध में सूखे अंजीर को उबाल कर खाएं, और दूध को पी लें।
- रात में सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को गर्म पानी के साथ लें।
- सुबह उठकर नींबू के रस में काला नमक मिलाकर सेवन करें।
कब्ज में क्या न करें?
- रात के खाने में भारी खाना जैसे मैदा, जंक या प्रोसेस्ड फूड के सेवन से बचना चाहिये। इसका कारण यह है कि इनमें फाइबर नहीं होते जिसके कारण कब्ज की समस्या हो सकती है।
- देर रात को नशा जैसे शराब या सिगरेट, चाय या कॉफी का उपयोग न करें। इससे डाइजेशन खराब, बॉडी में पानी की कमी हो जाती है जिससे कब्ज हो सकती है।
- आयरन और कैल्शियम सप्लीमेंट्स भी रात को न लें। इनके कारण भी कब्ज की प्रॉब्लम हो सकती है।
- डेयरी प्रोडक्ट का ज्यादा सेवन न लें। इससे भी कई लोगों को कब्ज और पेट में गैस बनने की प्रॉब्लम हो सकती है।
अधिकतर पूछे गए सवाल और जवाब (FAQ)
पेट में कब्ज हो तो क्या खाना चाहिए?
खीरा, हरी सब्जियां जैसे – पपीता, तोरई, लौकी, पालक। इसके अलावा मूंग दाल का सेवन करें।
गैस कब्ज के लिए आयुर्वेदिक दवा
सौंफ भुनी हुई
दूध या दूध से बने पदार्थ
त्रिफला चूर्ण
बेल का शरबत
मुलेठी
तुरंत पेट साफ कैसे करे ?
नीबू पानी के सेवन से पेट जल्दी साफ़ हो जाता है।
त्रिफला चूर्ण से भी पेट की गैस या कब्ज से राहत मिलती है।
पेट साफ करने के लिए कौन सा योग करना चाहिए
उदराकर्षणासन
Disclaimer : इस लेख (article) में बताये गए तरीके केवल जानकारी बढ़ाने अथवा ज्ञान में लाने के लिए है . यह मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं है . इसलिए कोई भी टिप्स आजमाने से पहले डॉक्टर की सलाह लें .