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गिलोय पीने के फायदे – Giloy Benefits in Hindi

Patanjali giloy ke fayde

गिलोय पीने के फायदे – गिलोय के बारे में तो आप सभी जानते होंगे। कोरोना काल में इसका नाम बहुत अधिक सुनने को मिला है। इसे अंग्रेजी में Tinospora Cordifolia कहते हैं। गिलोय की एक बहुवर्षिय लता होती है। इसके पत्ते पान के पत्ते की तरह होते हैं। गिलोय को कई नामों से जाना जाता है। जैसे – अमृता, गुडुची, छिन्नरुहा, चक्रांगी, आदि।

गिलोय का उपयोग विभिन्न रूपों में किया जा सकता है। जैसे गिलोय का काढ़ा, गिलोय का जूस, गिलोय टैबलेट इत्यादि का उपयोग किया जा सकता है। आर्टिकल में आगे पढ़िये गिलोय पीने के फायदे, उपयोग और इसके नुकसान क्या क्या है…

गिलोय पीने के फायदे – Giloy Benefits in Hindi

गिलोय के पौधे का हर हिस्सा औषधीय गुणों से भरपूर होता है। चाहे वह तना हो यह पत्तियां, जड़, फूल सभी का उपयोग स्वस्थ्य के लिये लाभदायक होता है। गिलोय की पत्तियों में प्रोटीन, कैल्शियम व फास्फोरस भरपूर रूप में होता है जो शरीर को कई रूपों में फायदा पहुंचाता है। गिलोय की तासीर गर्म होती है जिससे यह सर्दी जुकाम इत्यादि बीमारियों में भी फायदा पहुंचाते हैं। आगे पढ़िये गिलोय के गुण क्या क्या हैं…

1. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में गिलोय पीने के फायदे – Benefits of Giloy in Immunity in Hindi)

रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिये आप गिलोय (giloy ghanvati ke fayde) का उपयोग कर सकते हैं। क्योंकि गिलोय के औषधीय गुण में से एक इम्यूनोमॉड्यूलेटरी प्रभाव है, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद कर सकता है(*)। शरीर को स्वस्थ बनाये रखने के लिये उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना बहुत जरुरी है। इम्युनिटी बढ़ाने के लिए गिलोय की चाय भी बना सकते हैं। कोरोना काल में बहुत उपयोगी रही है।

2. क्रोनिक फीवर (पुराना बुखार) ठीक करने में गिलोय जूस पीने के फायदे – Benefits of Giloy in hindi for Chronic fever

10 से 15 दिन के बाद भी अगर बुखार की समस्या ठीक नहीं होती है, तो इसे क्रोनिक फीवर (पुराना बुखार) कहा जाता है। इस समस्या को दूर करने के लिये गिलोय (giloy vati ke fayde) का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप गिलोय के तने और पत्तियों को इस्तेमाल में ला सकते हैं। इसमें एंटीपायरेटिक पाया जाता है जो बुखार को ठीक करता है और एंटी-मलेरियल जो मलेरिया इन्फेक्शन को दूर करता है(*)।

3. पाचन शक्ति बढ़ाता है – Giloy Vati ke Fayde

पाचन शक्ति को बढ़ाने के लिये भी गिलोय वटी का उपयोग कर सकते हैं। अगर हमारी पाचन शक्ति ठीक नहीं रहेगी तो हमें तमाम रोग घेरते हैं जैसे – डायरिया, डिसेंट्री आदि। इन सब से बचने के लिये गिलोय का उपयोग कर सकते हैं। मार्केट में कई तरह के गिलोय जैसे – पतंजलि गिलोय, पतंजलि गिलोय घनवटी, पतंजलि गिलोय जूस उपलब्ध हैं जिसका उपयोग आप कर सकते हैं। इसके अलावा घर पर भी इसे बना सकते हैं। (जानें कैसे – गिलोय जूस कैसे बनाएं)

4. डायबिटीज को नियंत्रित करता है – Giloy Benefits in Hindi for Diabetes

मधुमेह या डायबिटीज की बिमारी आज हर दूसरे आदमी में देखने के मिल रही है। इससे बचने के लिये आप गिलोय का इस्तेमाल (giloy ke fayde in hindi) कर सकते हैं। क्योंकि गिलोय में एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक यानि कि ब्लड शुगर को कम करने वाला प्रभाव पाया जाता है। इस कारण यह शरीर में इंसुलिन की सक्रियता को बढ़ाकर ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है(*)।

5. अस्थमा में गिलोय वटी के फायदे – Benefits of Giloy in Asthma

जिनको अस्थमा की समस्या है उनके लिये गिलोय रामबाण इलाज साबित हो सकता है। गिलोय के लिये यह माना जाता है कि इसमें शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ श्वास संबंधी समस्याओं जैसे अस्थमा के लक्षणों को कम करने की प्रबल क्षमता मौजूद होती हैं। इसलिये सांस संबंधी किसी भी समस्या को दूर करने के लिये गिलोय के तने के जूस को निकाल कर शहद के साथ मिला लें और इसका सेवन करें(*)।

6. गठिया की समस्या में गिलोय के फायदे – Giloy Vati ke fayde

giloy vati ke fayde गठिया की समस्या में भी फायदेमंद है। विशेषज्ञों के अनुसार, गिलोय के गुण जैसे कि एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण यानि कि सूजन को कम करने वाला गुण, एंटी-अर्थराइटिक गुण यानि कि जोड़ों की सूजन को कम करने वाला गुण और एंटी-ऑस्टियोपोरोटिक यानि कि जोड़ों के दर्द और सूजन से राहत दिलाने वाला गुण शामिल हैं। इन सभी गुणों से आपको गठिया के रोग में आराम मिल सकता है(*)।

7. यौन इच्छाओं को बढ़ाता है गिलोय – Giloy Benefits in Hindi for Enhances sexual desire

एक शोध में पाया गया है कि गिलोय में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी यानी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का गुण मौजूद होता है। यह गुण शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता देने के साथ ऐफ्रडिजीएक प्रभाव के कारण यौन इच्छाओं को बढ़ाने में भी मदद कर सकता है(*)।

8. आंखों की समस्याओं को गिलोय रखे दूर (Benefits of Giloy for Eyes)

आंखों के विकारों से मुक्ति पाने के लिये आप गिलोय का इस्तेमाल (giloy ke fayde in hindi) कर सकते है। विशेषज्ञों के मुताबिक, इसमें पाया जाने वाला इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण आंखों के लिए भी फायदेमंद प्रभाव प्रदर्शित करता है। एक अन्य शोध में बताया गया है कि गिलोय के गुण आंखों से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में सहायक साबित हो सकते हैं(*)(*)।

9. बढ़ती उम्र के प्रभाव को घटाए

बता दें कि गिलोय में एंटी-एजिंग प्रभाव भी मौजूद होते हैं। इस कारण यह सेहत संबंधी कई समस्याओं को दूर करने के साथ-साथ बढ़ती उम्र के प्रभाव को भी कम करने में मदद कर सकता है। इस कारण यह कहा जा सकता है कि संतुलित मात्रा में गिलोय का नियमित सेवन आपको जवां बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभा सकता है(*)।

10. त्वचा के लिये फायदेमंद (Giloy ke fayde for skin in Hindi)

गिलोय का उपयोग स्किन के लिए भी बहुत अच्छा है। इसके फलों (giloy ki goli ke fayde) को पीसकर चूर्ण बना लें। अब इसे शहद और गुलाब जल मिलाकर चेहरे पर लगाएं। इसे 15 मिनट के लिए रहने दें। इसके बाद चेहरा धो लें। ऐसा करने से मुंहासे, फोड़े-फुसियां और झाइयां ठीक हो जाती हैं। ये चेहरे में चमक भी लाता है।

11. बवासीर में गिलोय वटी के फायदे – Giloy Benefits for Constipation

एक अध्ययन के अनुसार गिलोय का सेवन बवासीर से राहत दिला सकता है। दरअसल, धनवंतरी निघंटु में बताया गया है कि गिलोय के औषधीय गुण खूनी बवासीर के इलाज में सहायक हो सकते हैं (*)। वहीं एक अन्य अध्ययन के अनुसार गिलोय के तने को दूध या पानी के साथ मिलाकर सेवन करने से राहत मिल सकती है। वहीं, इसके सेवन से बवासीर में होने वाले रक्तस्राव व कब्ज से भी छुटकारा पाया जा सकता है।

गिलोय जूस के फायदे – Giloy juice benefits in hindi

पढ़ते रहिये

Giloy ke fayde – देखें वीडियो

गिलोय के पौष्टिक तत्व (Giloy Nutritional Value in Hindi)

Giloy me Paye jane wale tatva
Giloy me Paye jane wale tatva

ऊपर दिये गये फायदों के पढ़ कर आप यह तो जान ही गये होंगे गिलोय आपके लिये कितना फायदेमंद है।

यह कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है। तो अब आइये जानते हैं कि गिलोय में कौन कौन से पौष्टिक तत्व पाये जाते हैं।

जैसे कि आप जानते हैं कि गिलोय एक प्रकार की बेल है। इस बेल के हर भाग का उपयोग हम कर सकते हैं। जैसे तने पत्ते आदि का जूस या काढ़ा बना कर पी सकते हैं और भी ऐसे कई उपयोग हैं जिनके बारें में आगे जानिये । तो आइये जानते हैं गिलोय के उपयोग…

गिलोय का उपयोग (Patanjali Giloy Juice Uses)

Giloy ka upyog kaise kare

नोट – गिलोय का उपयोग और इसकी मात्रा संबंधी जानकारी के लिए आहार विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।

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अधिकतर पूछे गए सवाल और उनके जवाब (FAQ)

गिलोय खाने के लाभ क्या हैं?

इसका इस्तेमाल डायबिटीज रोगियों के लिए बहुत सारे फायदे हैं. डायबिटीज में गिलोय का सेवन करने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है और पाचन तंत्र बेहतर बनाता है. यह इम्यूनिटी बढ़ाने में भी मददगार होता है. मोटापा कम करने के लिए गिलोय के अनेक फायदे हैं क्योंकि इससे शरीर के मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है

गिलोय कब खाना चाहिए?

गिलोय का काढ़ा, गोली या फिर जूस पी सकते हैं। अगर आपको बुखार हैं तो इसका काढ़े का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा आप गिलोय घनवटी पानी के साथ दिन में दो बार खाने के बाद लें। हमेशा जवां दिखने के लिए नियमित रूप से इसका सेवन करें।

गिलोय कितना पीना चाहिए?

आपको रोज़ाना इसका आधा ग्लास दिन में एक बार पीना है।

गिलोय की तासीर क्या है ?

गिलोय की तासीर प्राकृतिक रूप से गर्म होती है। इसलिए ठंड से संबंधित बीमारियों से बचने में इसका उपयोग अधिक किया जाता है। गिलोय लगभग सभी तरह के ज्वर यानी फीवर और सर्दी-जुकाम में लाभदायक होता है।

गिलोय के पत्ते को कैसे खाएं?

कुछ लोग इसे चूर्ण के रूप में लेते हैं तो कुछ इसकी पत्त‍ियों को पानी में उबालकर पीते हैं. अगर आप चाहें तो गिलोय की पत्त‍ियों को पीसकर शहद के साथ मिलाकर भी ले सकते हैं. इससे पीलिया में फायदा होता है और मरीज जल्दी स्वस्थ हो जाता है

शुगर में गिलोय का प्रयोग कैसे करें?

शुगर के रोगियों को गिलोय का सेवन करते समय इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि यदि आप ब्लड शुगर कम करने की दवाएं ले रहे हैं तो हर दिन गिलोय का सेवन करना आपके लिए हानिकारक हो सकता है। -फिर चाहे आप गिलोय को जूस की तरह लें या फिर टैबलेट के रूप में।

गिलोय की तासीर क्या है?

गिलोय की तासीर गर्म होती है। गिलोय का काढ़ा और जूस बनाकर भी इस्तेमाल किया जाता है। पीने में कड़वा गिलोय के तने का जूस लेने से डेंगू, त्वचा, आंखों, पेट और आर्थराइटिस में फायदा मिलता है। शरीर में जलन होने पर आंवला के साथ इसका जूस लेने से लाभ होता है।

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Disclaimer: इस आर्टिकल का मकसद लोगों तक जानकारी पहुंचाना है। अगर आप किसी गंभीर बीमारी, एलर्जी या अन्य किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो लेख में दिए गए उपचार को करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

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