किशमिश एक तरह का ड्राई फ्रूट्स है। किशमिश खाने के फायदे की बात करें तो ड्राई फ्रूट्स को अगर हम अपनी जीवनशैली का हिस्सा बना लें तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिये बहुत लाभदायक होगा, क्योंकि ड्राई फ्रूट्स न्यूट्रिशन से भरपूर होते हैं। इनमें विटामिन, प्रोटीन, फाइबर, मिनिरल्स के गुण पाये जाते हैं जो शरीर को भरपूर मात्रा में एनर्जी और पोषक तत्वों पहुंचाते हैं।
किशमिश खाने के फायदे की बात करें तो यह कई प्रकार से हमारे शरीर को फायदा पहुंचाती है। किशमिश के फायदे पाने के लिये इस भिगों कर भी खा सकते हैं। किशमिश व अन्य ड्राई फ्रूट्स का सेवन रात में भिगो कर अगले दिन सुबह खाली पेट किया जा सकता है। जो शरीर को बहुत लाभ पहुंचाता है। वहीं इसे भिन्न भिन्न व्यंजनों में डाल कर भी खा सकते हैं। आज इस लेख में हम किशमिश के बारे में या किशमिश खाने के फायदे के बारे में जानेंगे। किशमिश खाने से हमारे शरीर में बहुत बदलाव हो सकता है क्योंकि यह कई बिमारियों में फायदेमंद है। बशर्ते हम किशमिश के सेवन सीमित और सही मात्रा में करें।
विषय सूची
किशमिश का सेवन कैसे करें
वैसे तो kishmish का सेवन विभिन्न तरह से कर सकते हैं लेकिन अगर आप इसका अधिक लाभ लेना चाहते हैं तो इसे रात को भिगो कर अगले दिन सुबह खाएं। साथ ही इस पानी को भी पी सकते हैं। सुबह खाली पेट किशमिश खाने के फायदे बहुत हैं। भीगी हुई किशमिश में आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नेशियम और फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा जब इन्हें भिगोते हैं तो इससे नाइट्रिक ऑक्साइड की मात्रा भी बढ़ जाती है। जो शरीर के ब्लड फ्लो को अच्छा करता है।
Raisins Meaning in Hindi
Raisins यानि कि किशमिश। किशमिश को अंग्रेजी में Raisins कहते हैं। अलग अलग भाषा में किशमिश के कई नाम हैं। लुगु में एंडुद्राक्षा (Endudraksha), तमिल में ऊलर धराक्षी (Ular Dhraakshai), मलयालम में उनक्कु मुन्थिरिंगा (Unakku Munthiringa), कन्नड में वोनाद्राकशी (Vonadraakshe), गुजराती में लाल द्राक्ष (Lal Draksh) और मराठी में इसे मनुका (Manuka) के नाम से जाना जाता है।
किशमिश खाने के फायदे – Raisins Benefits in Hindi
प्रोटीन, आयरन, फाइबर, पोटेशियम, विटामिन-बी6, कॉपर, मैंगनीज के साथ ही कई पोषक तत्व से भरपूर किशमिश शरीर को बहुत ऊर्जा पहुंचाती है। इसे रोजाना तौर पर खाने से शरीर की बहुत सी बिमारियां कुछ हद तक ठीक हो सकती हैं या कई बिमारियों से बचा सकती हैं। इसके लिये हमें Kishmish khane ke fayde जानना बहुत जरुरी है। तो आइये जानते हैं Kishmish ke fayde.
बवासीर में किशमिश के फायदे
किशमिश बवासीर बिमारी को ठीक करता है। इसके लिये 100 ग्राम किशमिश को रात में पानी में भिगों दें और अगली सुबह किशमिश को उसी पानी में इसे मसल दें। इस पानी को रोजाना सेवन करने से कुछ ही दिनों में बवासीर रोग ठीक हो जाता है।
एनीमिया में किशमिश के लाभ
शरीर में खून की कमी को एनीमिया कहते हैं। इस समस्या में शरीर में पर्याप्त मात्रा में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण नही होता, जो शरीर में ऑक्सीजन का सप्लाई करती हैं। इस बिमारी से निजात पाने के लिये किशमिश का इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि किशमिश आयरन का एक समृद्ध स्रोत है जो एनीमिया जैसी बिमारी में लाभ पहुंचाता है।
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लिवर संबंधी समस्या में किशमिश के फायदे
किशमिश के लाभ में लिवर की समस्या भी शामिल है। लिवर स्वस्थ रखने के लिये भीगे हुए किशमिश के पानी का सेवन करना चाहिये। इससे आपके लिवर को सेहतमंद बनाए रखने और उसे सुचारू रूप से कार्य करने में मदद मिलेगी। साथ ही इससे मेटाबॉलिज्म के स्तर को भी नियंत्रित किया जा सकता है।
हृदय संबंधी बिमारियों में किशमिश लाभदायक है
आज की दौड़ भाग भरी जीवनशैली में अच्छा खान पान बहुत जरुरी है। खान पान में लापरवाही से हमारे शरीर को कई तरह के नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। इसमें हमारा हृदय भी शामिल है। हृदय को स्वस्थ रखने के लिये हम किशमिश का उपयोग कर सकते हैं।National Center for Biotechnology Information (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में यह बताया गया है किशमिश खराब कोलेस्ट्रोल यानी LDL और Triglyceride (Triglyceride में Blood में मौजूद एक प्रकार का फैट) को कम कर सकती है, जिससे कोलेस्ट्रॉल से होने वाले हृदय संबंधी किसी भी रोग से बचा जा सकता है। (पढ़ें- कोलेस्ट्रॉल कम करने का रामबाण इलाज | कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण)
वहीं Journal of Pharmacognosy और Phytochemistry में प्रकाशित एक शोध में उच्च रक्तचाप (high blood pressure) को नियंत्रित करने में किशमिश में पाया जाना वाला खनिज सहायक होता है। साथ ही पोटेशियम बढ़े हुए blood pressure को कम करने में मदद करता है।
कैंसर में किशमिश उपयोगी है
किशमिश के Methanol extract में Anti radical and cancer preventive गुण होते हैं, जो Colon cancer से बचाव में कुछ हद तक मददगार साबित हो सकता है।
शरीर में एसिड की मात्रा को सामान्य रखने में किशमिश के फायदे
एसिड की मात्रा ज्यादा या कम होने से हमारे शरीर में कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। एक शोध के अनुसार किशमिश में एल्कलाइन (Alkaline) गुण मौजूद होता है, जो शरीर में एसिड की मात्रा को सामान्य करने में मदद कर सकता है। एसिड की मात्रा अधिक होने से एसिडिटी की समस्या बढ़ जाती है, जिसमें सीने से लेकर पेट तक जलन का एहसास होता है। ऐसे में किशमिश का उपयोग कर सकते हैं। वहीं अगर बवासीर की समस्या हैं तो बवासीर में किशमिश के फायदे भी आपको मिल सकते हैं। इसके लिये रात में किशमिश को पानी में भिगों दें और अगले दिन सुबह किशमिश को उसी पानी में इसे मसल दें फिर इस पानी को पी लें। इस प्रक्रिया को रोजाना करने से कुछ ही दिनों में बवासीर ठीक हो जाता है।
कैविटी से बचाव में किशमिश के फायदे – Raisins Benefits For Cavity Hindi
आपको जानकर हैरानी होगी कि किशमिश खाने से कैविटी से बचा जा सकता है। United States of America के Department of Food and Nutrition द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार किशमिश खाने से दांतों की सड़न से बचा जा सकता है। शोधकर्ताओं के अनुसार, किशमिश में Phytochemicals, antioxidants and oleanolic acids पाया जाता है, जो उन बैक्टीरिया को पनपने से रोकता है, जो डेंटल कैरीज यानी दांत खराब होने का कारण बनते हैं। इसके अलावा, किशमिश में पाए जाने वाले Phytochemicals मुंह में हानिकारक बैक्टीरिया जैसे Mutans Streptococci के विकास को भी रोकते हैं, जो कैविटी का कारण बनते हैं।
वजन नियंत्रण में किशमिश खाने के फायदे
NCBI द्वारा प्रकाशित एक शोध के अनुसार किशमिश में Dietary fiber and prebiotic मौजूद होते हैं। ये दोनों तत्व पेट में अच्छे और स्वस्थ बैक्टीरिया को बनाने में मदद करते हैं, जिनकी सहायता से वजन को नियंत्रित किया जा सकता है। साथ ही अगर व्यायाम भी करेंगे तो वजन नियंत्रण में जल्दी लाभ मिलता है। (पढ़ें – Pet Kam Kaise Kare (How to Lose Belly Fat Naturally)
विभिन्न संक्रमणों में किशमिश फायदेमंद
किशमिश में Antimicrobial and antibacterial सहित कई ऐसे गुण होते हैं, जो शरीर में विभिन्न संक्रमणों से बचाता है। किशमिश का अर्क Oral bacteria, Mutans Streptococcus से लड़कर मुंह को स्वस्थ बनाने में मदद कर सकता है। किशमिश, बुखार के संक्रमण के कारण बने बैक्टीरिया या वायरस को खत्म करने में मदद करता है।
त्वचा के लिए किशमिश के फायदे – Kishmish ke fayde for skin
किशमिश अंगूर का ही सूखा हुआ रुप है। NCBI Website पर प्रकाशित एक शोध में बताया गया है कि अंगूर और अंगूर से बने उत्पादों में Chemoprotective गुण पाए जाते हैं, जो स्किन कैंसर के खतरे को कम कर देते हैं। साथ ही किशमिश को एक प्रभावकारी स्किन टोनर की तरह भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
बालों के लिए किशमिश खाने के फायदे
बालों को फ्री रेडिकल्स से बचाने के लिये किशमिश का उपयोग कर सकते हैं। NCBI द्वारा प्रकाशित एक शोध के अनुसार किशमिश में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।
महिलाओं के लिये किशमिश खाने के फायदे
गर्भावस्था में किशमिश खाने के फायदे – Benefits of Kishmish in Pregnancy
गर्भवती महिलाओं के लिये भी किशमिश बहुत ही लाभकारी है। गर्भावस्था में फाइबर युक्त भोजन का सेवन करना बहुत जरुरी होता है। इससे कब्ज से राहत भी मिल सकती हैं। किशमिश, फाइबर का अच्छा स्रोत है और इसमें लैक्सेटिव गुण भी होते हैं। ये दोनों गुण कब्ज से राहत दिलाने में मदद करते हैं। गर्भावास्था में किशमिश का सेवन करने से महिलाओं में होने वाली खून की कमी दूर होती है।
यौन संबंधी स्वास्थ्य में किशमिश खाने के फायदे
किशमिश में बोरॉन नामक मिनरल पाया जाता है। NCBI (National Center for Biotechnology Information) द्वारा प्रकाशित एक शोध में बताया गया है कि बोरॉन महिलाओं और पुरुषों, दोनों में यौन स्वास्थ से जुड़े हॉर्मोन को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
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किशमिश के प्रकार – Types of Raisins in Hindi
- भूरी किशमिश
- सुल्ताना या गोल्डन किशमिश
- करंट या काली किशमिश
किशमिश के पौष्टिक तत्व
पोषक तत्व | मात्रा प्रति 100 ग्राम |
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पानी | 15.43 ग्राम |
ऊर्जा | 299 kcal |
प्रोटीन | 3.07 ग्राम |
फैट | 0.46 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 79.18 ग्राम |
फाइबर | 3.7 ग्राम |
शुगर | 59.19 ग्राम |
मिनरल | |
कैल्शियम | 50 मिलीग्राम |
आयरन | 1.88 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | 32 मिलीग्राम |
फास्फोरस | 101 मिलीग्राम |
पोटेशियम | 749 मिलीग्राम |
सोडियम | 11 मिलीग्राम |
जिंक | 0.22 मिलीग्राम |
कॉपर | 0.318 मिलीग्राम |
सिलेनियम | 0.6 माइक्रोग्राम |
विटामिन | |
विटामिन-सी | 2.3 मिलीग्राम |
थियामिन | 0.106 मिलीग्राम |
राइबोफ्लेविन | 0.125 मिलीग्राम |
नियासिन | 0.766 मिलीग्राम |
विटामिन-बी 6 | 0.174 मिलीग्राम |
फोलेट | 5 माइक्रोग्राम |
कोलिन | 11.1 मिलीग्राम |
विटामिन-ई | 0.12 मिलीग्राम |
विटामिन-के | 3.5 मिक्रोग्राम |
लिपिड | |
फैटी एसिड टोटल सैचुरेटेड | 0.058 ग्राम |
फैटी एसिड टोटल मोनोअनसैचुरेटेड | 0.051 ग्राम |
फैटी एसिड टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड | 0.037 ग्राम |
किशमिश खाने के फायदे, वीडियो यहाँ देखें
किशमिश खाने का सही तरीका
किशमिश को कई तरीकों से खा सकते हैं। लेकिन ज्यादा फायदा पाने के लिये Kishmish भिगो कर खाना चाहिये। Health Expert के अनुसार किशमिश को भिगो कर सुबह खाली पेट खाने से किशमिश में Antioxidants and Nutrients की मात्रा बढ़ जाती है। इससे कई तरह की बीमारियों से भी बचा जा सकता है और पूरा दिन एनर्जेटिक रहेगा।
दूध और किशमिश ब्लड प्रेशर और कैंसर में लाभकारी
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी में किशमिश और दूध का सेवन करना फायदेमंद साबित हो सकता है। किशमिश में कैटेचिन एंटी ऑक्सीडेंट की मात्रा पाई जाती है, जो फ्री रेडिकल डैमेज से बचाने में काफी मदद करती है। फ्री रेडिकल डैमेज आगे चलकर किसी भी कैंसर का कारण बन सकते हैं। दूध और किशमिश दोनों में सोडियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। सोडियमयुक्त खाद्य पदार्थों का सेवन हाई ब्लड प्रेशर से बचाता है।
बच्चों को किशमिश खिलाने से अच्छी ग्रोथ होती है – Kishmish Benefits for Children in Hindi
Kishmish में Phosphorus, calcium and potassium भरपूर मात्रा मे पाया जाता है। जो बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिये काफी मददगार साबित हो सकता है। बच्चों को किशमिश खिलाने से मस्तिष्क को पोषण मिलता है और यादाश्त मजबूत होती है। किशमिश फाइबर युक्त होता है जो बच्चे के पाचन को बेहतर बनाता है।
किशमिश खाने के नुकसान – Side Effects of Raisins in Hindi
किशमिश को असीमित मात्रा में या गलत तरीके से खाने से हमारे शरीर पर इसका गलत असर पड़ सकता है। इसलिये नियमित रुप से सीमित मात्रा में खाने से किशमिश का लाभ उठाया जा सकता है। तो आइये जानते है किशमिश के नुकसान के बारे में…
- कुछ लोगों को किशमिश खाने से एलर्जी भी हो सकती है। इसलिये यदि आप पहली बार किशमिश खा रहे हैं और इससे किसी भी तरह की स्किन रैशेज, त्वचा में खुजली महसूस होती है तो इसे दोबारा ना खाएं।
- कई बार किशमिश के अधिक सेवन से कई लोगों को डायरिया, उल्टी या बुखार भी हो सकता है। इसलिये इसे सही मात्रा में खाएं। इसके अधिक सेवन से गैस की समस्या भी हो सकती है। (पढ़ें गैस और कब्ज को दूर करने के घरेलू रामबाण इलाज)
- किशमिश में फ्रुक्टोज और ग्लूकोज की मात्रा अधिक होती है। इसलिये इसके अनियमित सेवन से वजन बढ़ सकता है। किशमिश में कैलोरी की भरपूर मात्रा होती है जिसके कारण भी वजन बढ़ सकता है। इसलिये सीमित मात्रा में खाएं।
- Type-2 diabetes के मरीजों के किशमिश का सेवन कम मात्रा में करना चाहिये। (पढ़ें टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण व बचाव)
- किशमिश में ट्राइग्लिसराइड्स अधिक होता है, जो हार्ट डिजीज, फैटी लिवर, लिवर कैंसर, डायबिटीज होने की संभावनाओं को काफी हद तक बढ़ा देता है। इसलिये सीमित मात्रा में खाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल – FAQ
1 दिन में कितनी किशमिश खाने चाहिए?
रोजाना 10 से 12 किशमिश खा सकते हैं। अगर किशमिश को भिगोकर खाएंगे तो किशमिश के लाभ और अधिक होंगे।
खाली पेट किशमिश खाने से क्या फायदा होता है ?
ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने में फायदेमंद है।
पाचन तंत्र के लिये लाभदायक
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक
हड्डियां को मजबूत करने में किशमिश के फायदे
एनर्जी में लाभदायक
एनीमिया में लाभदायक
किशमिश कब और कैसे खाएं?
किशमिश को रात में भिगोकर अगले दिन सुबह खा सकते हैं। साथ ही इस पानी को भी पी सकते हैं।
विभिन्न तरह के व्यंजनों जैसे खीर, सिंवई, हलवा इत्यादि में भी डाल कर खा सकते हैं।
किशमिश को बिना भिगो कर भी खा सकते हैं।
किशमिश का पानी पीने से क्या फायदा होता है?
किशमिश का पानी पीने से रक्त का शुद्धिकरण होता है। स्वस्थ्य हृदय के लिये भी लाभदायक है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है। वजन कम करने में मदद करतै है।
किशमिश का पानी कितने दिन पीना चाहिए?
एक रिपोर्ट के अनुसार किशमिश का पानी अगर नियमित रुप से किया जाए तो शरीर से टॉक्सिन निकल जाता है। इससे बॉडी डिटॉक्स होती है। इस पानी को कम से कम एक हफ्ते तक पीना चाहिये।इससे दिल की बीमारी के साथ लिवर भी साफ होता है।
किशमिश खाने से मोटे कैसे होते हैं?
एक चौथाई कप किशमिश में करीब 100 कैलरी होती है। इसके सेवन से आपको वजन बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
किशमिश की तासीर क्या है?
किशमिश की तासीर ठंडी ती है। इससे पेट की गर्मी या मुंह के छालों में भी काफी राहत मिलती है।
किशमिश में कौन सा विटामिन होता है?
किशमिश में विटामिन ए, बी-कॉम्प्लेक्स और सेलीनियम होता है जो कमजोर लीवर, गुप्त रोगों और कमजोर रोग-प्रतिरोधक क्षमता को दूर करता है।
प्रेगनेंसी में किशमिश कैसे खाएं?
गर्भावस्था में किशमिश का सेवन जरूर करना चाहिए। यह फाइबर का अच्छा स्रोत है और इसमें लैक्सेटिव गुण भी होते हैं। ये दोनों गुण कब्ज से राहत दिलाने में मदद करते हैं। इसके साथ ही किशमिश पाचन तंत्र को बेहतर करने में भी मदद करती है।
सन्दर्भ–
https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/23211994/
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3757870/
Disclaimer: इस आर्टिकल का मकसद लोगों तक जानकारी पहुंचाना है। अगर आप किसी गंभीर बीमारी, एलर्जी या अन्य किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो लेख में दिए गए उपचार को करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।