पुदीना की पत्ती के फायदे अनगिनत हैं। जिसकी वजह से पुदीना का उपयोग विभिन्न जगहों पर जैसे – व्यंजन बनाने में, चूइंग-गम, कैंडी, टूथपेस्ट, माउथवॉश व खुशबूदाल चीजें बनाने में किया जाता है। इसके अलावा पुदीना को कई अन्य तरह से भी उपयोग में लाया जाता है, जैसे पुदीने की पत्ती, पुदीने का तेल इत्यादि।
विषय सूची
पुदीना क्या है – What in Mint in Hindi
औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण पुदीने का इस्तेमाल चिकित्सा जगत में भी किया जाता है। इसके अलावा पुदीना एंटीऑक्सीडेंट, जीवाणुरोधी, एंटीवायरल, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीवायरस और एंटीट्यूमर के साथ ही एंटी-एलर्जेनिक आदि गुणों से भरपूर होता है। इसलिये यह कहना गलत नहीं होगा कि पुदीना की पत्ती के फायदे अनेक हैं।
पुदीना की तासीर क्या है
पुदीना की तासीर ठंडी होती है। इसके अलावा पुदीना में मेन्थॉल होता है जो शरीर व मन को ठंडा व शांत करता है। वहीं अगर बात करें कि पुदीना में क्या क्या पाया जाता है तो पुदीना विभिन्न औषधीय गुणों से भरपूर है। यह एक जड़ी-बूटी है जिसमें भरपूर मात्रा में मैंगनीज, तांबा और विटामिन सी पाया जाता है।
पुदीना की पत्ती के फायदे – Benefits of Mint in Hindi
पुदीना के सेवन से शरीर की ढेरों समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। इसके अलावा कई शोध में यह पता चलता है कि पुदीना का इस्तेमाल स्किन व बालों के लिये भी फायदेमंद है। इसके अलावा भी पुदीना के अन्य कई फायदे हैं जो आर्टिकल में आगे बताए जा रहे हैं। इसलिये आर्टिकल को पूरा पढ़ें…
1. पुदीना की पत्ती के फायदे Irritable Bowel Syndrome में सुधार के लिए
इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम एक आम विकार है, जिसमें बड़ी आंत प्रभावित होती है। इस सिंड्रोम के कारण पेट में दर्द, दस्त और कब्ज की समस्या होती है। इस विकार को दूर करने पुदीने का उपयोग किया जा सकता है। शोध में पाया गया है कि पुदीने की चाय में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम में आराम पहुंचाने में मददगार साबित हो सकते हैं(*)। इसके अलावा डाइजेस्टिव एंड लिवर डिसीज़स जर्नल 2007 के एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि पुदीने का तेल के इस्तेमाल से 4 सप्ताह में आई.बी.एस.के रोगियों में सुधार हो सकता है। इसके लिये डॉक्टर के परामर्श के बाद पुदीने के कैप्सूल का भी सेवन कर सकते हैं।
2. पुदीना की पत्ती के फायदे त्वचा के लिए – Benefits of Mint for Skin in Hindi
पुदीना में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो त्वचा की बैक्टीरियल संक्रमण संबंधी परेशानियों को दूर करने में मदद करते हैं। रिसर्च जनरल ऑफ मेडिसिनल प्लांट के अनुसार, पुदीना में पाया जाने वाला मेन्थॉल त्वचा संबंधी खुजली और जलन को कम करने में फायदेमंद हो सकता है (*)। इसके अलावा यह मुहांसों व सीबम के उत्पादन को कम करता है।
चेहरे पर पुदीना कैसे लगाएं – How to apply pudina on face in Hindi
- चेहरे की समस्याओं से समाधान पाने के लिये पुदीना के रस को 10 से 15 मिनट तक लगाएं फिर नॉर्मल पानी से धो लें। इस आप तब तक लगाएं जब तक समस्या समाप्त न हो जाए।
- इसके अलावा आप पुदीने का तेल भी चेहरे पर लगा सकते हैं।
3. उल्टी/मतली में सुधार के लिये पुदीना की पत्ती फायदेमंद
NCBI (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार पुदीना अरोमाथेरेपी का उल्टी और मतली की समस्या पर सकारात्मक प्रभाव देखा गया। इस शोध के आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि मतली के साथ उल्टी की समस्या से आराम पाने के लिए पुदीना की अरोमाथेरेपी कारगर है (*)।
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इसके अलावा पुदीना पाचन क्रिया के लिए आवश्यक एंजाइम को सक्रिय करता है, जिससे उबकाई काफी हद तक कम हो सकती है। इंग्लैंड में लिवरपूल विश्वविद्यालय में 1997 के एक अध्ययन के मुताबिक, पुदीना प्रभावी ढंग से उबकाई दूर करने में सहायक है। इसके लिए पुदीने की चाय, पुदीने की कैंडी या फिर पुदीने के तेल की कुछ बूंदें एक रुमाल पर लगाकर सूंघ सकते हैं।
4. पुदीना की पत्ती के फायदे तनाव-चिंता-अवसाद मुक्त करने में
हर्बल चाय पर एक शोध किया गया जिसमें पुदीने की चाय भी शामिल थी, शोध में पाया गया कि ये चाय तनाव, थकान, चिंता जैसी समस्याओं में लाभ पहुंचा सकती है(*)। थकान, टेंशन इत्यादि को दूर करने के लिये रुमाल पर पुदीने के तेल की कुछ बुंदे लें और धीरे धीरे सूंघें। ऐसा करने से दिमाग तरो-ताज़ा रहेगा और तनाव कम होगा। इसके अलावा नहाते समय पानी में पुदीने की पत्तियां डाल कर नहा सकते हैं।
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5. मांसपेशियां-सिरदर्द में पुदीना खाने के फायदे – Pudina Ke Fayde
रिसर्च जनरल ऑफ मेडिसिनल प्लांट के एक शोध में बताया गया कि पुदीना में मेंथॉल होता है इसलिये पुदीना के रस या एसेंशियल ऑयल को सिर पर कुछ देर लगाने से सिरदर्द से आराम मिल सकता है(*)। इसके अलावा पुदीना में एनलजेसिक प्रभाव होते हैं माइग्रेन, तनाव संबंधित सिर दर्द, तनाव ग्रस्त माशपेशियों के लिये लाभदायक होता है।
6. ओरल हैल्थ में फायदेमंद पुदीना – Pudina benefits for oral health
पुदीने में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो मुंह के बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकते हैं। इससे दांतो में सड़न, मसूढ़े की बीमारी व पुदीना मुंह की दुर्गंध से बचाव जा सकता है(*)। इसके लिये पुदीने के पानी से कुल्ला, पुदीना युक्त दंत मंजन या पुदीने की पत्ती को चवा सकते हैं।
7. पेट संबंधी विकार में पुदीना खाने के फायदे
एक अध्ययन के अनुसार पुदीना पाचन में मददगार हो सकता है (*)। यह पेट की मांसपेशियों को आराम पहुंचाने के साथ-साथ पाचन में सहायक बाइल्स (पाचक रस) के प्रवाह में सुधार कर सकता है। जिससे भोजन आसानी से पचता है (*)। इसके लिये पुदीना की पत्तीयां चबा सकते हैं।
8. अस्थमा, कोल्ड-फ्लू में पुदीना का पत्ती के फायदे
पुदीने में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और रोगाणुरोधी गुण होते हैं जो एलर्जी, अस्थमा के लक्षणों से लड़ने में सहायक है। इसके अलावा रिसर्च जनरल ऑफ मेडिसिनल प्लांट के अनुसार, पुदीना में पाया जाने वाला मेन्थॉल, बलगम को बाहर निकालने में मददगार हाे सकता है। यह जमे हुए कफ को बाहर निकालने में मदद कर सकता है और खांसी को कम करने में फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा, यह गले में खराश और सूखी खांसी को दूर करने में भी मदद कर सकता है (*)।
9. बालों के लिये फायदेमंद पुदीना
पुदीना बालों के विकास के लिए अत्यंत फायदेमंद है। यह बालों से गंदगी हटाकर रुसी को भी दूर भगाता है। इसके अलावा यह सिर की त्वचा के पी.एच. स्तर को भी संतुलन में रखता है। बालों को हैल्दी रखने के लिये पुदीने का तेल का उपयोग कर सकते हैं।
10. शरीर की जलन में पुदीना की पत्ती के फायदे
पुदीना की पत्ती के फायदे की बात करें तो यह शरीर की जलन से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है। इसका लेप भी लगा सकते हैं व शरबत भी पी सकते हैं।
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पुदीने के नुकसान – Side Effects of Mint in Hindi
हालांकि पुदीना के फायदे अनेक हैं लेकिन कुछ स्थितियों में इसके नुकसान भी हैं।
- लो शुगर की समस्या वाले लोगों को पुदीने के सेवन से बचना चाहिये। इसके रस का सेवन रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को कम कर सकता है (*)।
- निम्न रक्तचाप के मरीज पुदीना का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें, क्योंकि इसका मेंथॉल होता है जो रक्तचाप के स्तर को कम कर सकता है।
- जिनकी त्वचा सेंसिटिव है व जिन्हें मेंथॉल से एलर्जी है वे पुदीना का इस्तेमाल न करें।
अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल – FAQ
पुदीना में कौन सी विटामिन होती है?
पुदीना विटामिन-सी का अच्छा स्रोत है।
खाली पेट पुदीना खाने से क्या होता है?
खाली पेट पुदीना खाने से शरीर में तनाव का स्तर कम होता है। ये ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने में मददगार हो सकता है।
पुदीने का पानी पीने से क्या होता है?
पुदीने वाली पानी पीने से गैस, जलन या पेट की किसी भी समस्या में फायदा मिलता है। पुदीने में मेन्थॉल की होने की वजह से हमारा पाचन तंत्र सही से चलता है।
पुदीने का सेवन कैसे करें?
– एक चम्मच पुदीने के रस में एक कप गुनगुना पानी और एक चम्मच शहद मिलाकर पी सकते हैं।
– पुदीने को उबालकर इसमें शहद मिलाकर सेवन करने से पेट की समस्या दूर होती है।
– पुदीने की पत्तियां भी चबा सकते हैं।
पुदीना चेहरे पर कैसे लगाएं?
– पुदीने की पत्तियों को पीसकर पेस्ट बनाएं।
– फिर इसमें शहद और गुलाब जल अच्छे से मिलाएं।
– अब इस तैयार मिश्रण को चेहरे पर लगाएं।
– 20 मिनट बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें।
– सप्ताह में 1 से 2 बार इस फेस को लगा सकती हैं।
पुदीना का वैज्ञानिक नाम क्या है?
पुदीना का वैज्ञानिक नाम Mentha arvensis है।
Disclaimer: इस आर्टिकल का मकसद लोगों तक जानकारी पहुंचाना है। अगर आप किसी गंभीर बीमारी, एलर्जी या अन्य किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो लेख में दिए गए उपचार को करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।