Sawan Somwar Vrat – हरा-भरा माहौल लिये सावन (Sawan) का महीना किसे नही पसंद है। इस महीने से ही त्योहारों की शुरुआत होती है। यह भगवान शिव का भी सबसे पसंदीद महीना होता है। इसलिये अगर आप इस महीने के सभी सोमवार को व्रत (Somvar Vrat) रखते हैं और sawan somvar vrat katha पढ़ते हैं तो भगवान शिव उनकी सभी मनोकामना पूरी करते हैं। सावन सोमवार के दौरान लोग somvar vrat aarti भी करते हैं और somvar vrat katha भी पढ़ते हैं। अब आइये जानते हैं कि व्रत में कौन से नियमों का पालन करना चाहिये औऱ सोमवार के व्रत में क्या न करें…
यह भी पढ़ें – क्यों मनाया जाता है हरियाली तीज, जानिये शुभ मुहुर्त, पूजा विधि, कथा
विषय सूची
Sawan Somwar Vrat में क्या नहीं करना चाहिये
- इस समय जो इंसान व्रत रखता है उसे दूध का सेवन नहीं करना चाहिये क्योंकि दूध भगवान शिव को चढ़ाया जाता है।
- Sawan Somwar Vrat भक्तों को बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए। बैंगन को अशुद्ध माना गया है।
- भगवान शिव की पूजा में कभी तुलसी के पत्तों और केतकी के फूलों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- शिवलिंग पर न ही हल्दी और न ही कुमकुम लगाना चाहिए।
- इसके अलावा शिवलिंग पर नारियल का पानी भी नहीं चढ़ाना चाहिए।
- Sawan में मांसाहार भोजन व मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिये।
- सावन के महीने में लहसुन-प्याज का सेवन करने की मनाही होती है।
- Sawan Month में जीवहत्या या नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।
- श्रावण माह में बाल-दाढ़ी न बनवाएं और नाखुन भी नहीं काटने चाहिए।
- मान्यता है कि श्रावण माह में शरीर पर तेल भी नहीं लगाना चाहिए।
सावन सोमवार व्रत में क्या करें
- सावन महीना पूजा पाठ व अच्छे कार्यों का महीना होता है। इस महीने में सबके प्रति प्रेम व्यवहार रखें।
- सुबह जल्दी उठकर भगवान शिव का ध्यान करें।
- सावन को बारिश का महीना भी कहते हैं, इसलिये सावन में पेड़-पौधे लगाएं। इससे वातावरण शुद्ध होता है।
- सावन के महीने में शिवलिंग अभिषेक का विशेष महत्व होता है।
- शिवलिंग पर इस माह नियमित शुद्ध जल, घी, दूध, दही और गंगाजल से अभिषेक करें।
- सावन के प्रत्येक सोमवार को व्रत रखें।
यह भी पढ़ें – हर मनोकामना पूरी करेंगे भगवान शिव, जानिये सावन के सोमवार की पूजा विधि
अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल – FAQ
सावन के सोमवार का व्रत कब खोला जाता है?
सावन सोमवार व्रत सूर्योदय से प्रारंभ कर तीसरे पहर तक किया जाता है। शिव पूजा के बाद सोमवार व्रत की कथा सुननी आवश्यक है। व्रत करने वाले को दिन में एक बार भोजन करना चाहिए।
सावन के सोमवार के व्रत में शाम को क्या खाना चाहिए?
Sawan Somwar Vrat में साबूदाना, सेंधा नमक, कट्टू के आटे की पूड़ी और आलू की सब्जी, रोस्टेड मखाना, व्रत के चिप्स या सूखे मेवे का सेवन कर सकते हैं।
क्या सोमवार के व्रत में नमक खा सकते हैं?
उपवास के दौरान नमक खाने की मनाही होती है। लेकिन मान्यता है कि व्रत में सेंधा नमक खा सकते हैं। यह न केवल भोजन को हल्का बनाता है, बल्कि इसमें पर्याप्त शीतलन गुण होते हैं जो उपवास के दौरान अच्छे होते हैं।
सावन के सोमवार में क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए?
सावन सोमवार व्रत में केला, सेब, संतरा, अनार जैसे फल खा सकते हैं। इसके अलावा ऐसी चीजें खाएं जो शरीर को डिहाइड्रेट रखे।
व्रत में कितनी बार खाना चाहिए?
व्रत में 1 एक बार में अधिक भोजन करने से बचें। घंटों तक खाली पेट रहने के बाद एकदम से भर पेट खाने से न केवल पेट दर्द की समस्या हो सकती है, बल्कि पाचन में भी परेशानी हो सकती है।
व्रत में भोजन कब करना चाहिए?
व्रत में भोजन करने की मनाही होती है। वहीं कुछ व्रत ऐसे भी होते हैं जिनमें एक टाइम भोजन किया जा सकता है। सोमवार व्रत में रात को भोजन किया जा सकता है। ध्यान रहे किसी भी व्रत में नमक का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। सफेद नमक के स्थान पर सेंधा नमक का इस्तेमाल उचित माना जाता है।
सोमवार के व्रत में नमक क्यों नहीं खाना चाहिए?
व्रत के दिन नमक न खाने की एक वजह यह भी है कि व्रत के दौरान आपको हल्का भोजन करना होता है। लिहाजा नमक न खाने से शरीर में हल्कापन महसूस होता है। वहीं सेंधा नमक में मौजूद कूलिंग प्रॉपर्टीज व्रत और उपवास के दौरान बनने वाले खाने के लिए अच्छा माना जाता है।